मैं भला हूँ या बुरा इन्सान हूँ I
आपके इस दौर की पहचान हूँ I
मुझको दीवारों पे चस्पाँ कीजिए,
मैं किसी के इश्क़ का ऐलान हूँ I
तू मेरी भूली हुई पहचान है,
मैं तेरा टूटा हुआ पैमान हूँ I
(पैमान - वादा)
क्या सबुक-साराने-साहिल को ख़बर,
मैं कभी कश्ती कभी तूफ़ान हूँ I
(सबुक-साराने-साहि - किनारे के असम्बद्ध लोग)
वो अगर तौबा है रिन्दों की 'नरेश',
मैं जनाबे शैख़ का ईमान हूँ I
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